इंदौर. देवी अहिल्या विश्व विद्यालय का दीक्षांत समारोह 6 जनवरी को होगा। इसमें कुलाधिपति और शिक्षा मंत्री सहित अतिथियों का स्वागत पहली बार फूल की जगह फल से होगा। साथ ही स्मृति चिह्न की जगह किताबें दी जाएंगी। कुलपति को राजभवन से आए निर्देश के बाद बदलाव किया गया है। पहली बार विवि में राजभवन से आए आदेश के तहत फूल और स्मृति चिह्न का उपयोग नहीं किया जाएगा। इस बार यूजीसी के चेयरमेन धीरेंद्रपाल सिंह और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के साथ नवागत शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी भी शामिल होंगे। मंगलवार को विवि ऑडिटोरियम में होने वाले समारोह को लेकर तैयारियां चल रही है। इसके लिए रिहर्सल भी हो रही है।
पिछले साल जो ड्रेस कोड था उसे ही इस बार रखा गया है। शनिवार को फाइनल रिहर्सल में सभी को ड्रेसकोड में बुलाया गया है। समारोह में इस बार फूलों का बिल्कुल उपयोग नहीं किया जाएगा। न तो गुलदस्ता होगा और न ही हार पहनाकर स्वागत किया जाएगा। फूलों की जगह फलों की टोकरी देकर अतिथियों का स्वागत होगा। वहीं प्रतीक चिह्न की जगह किताबें भेंट की जाएंगी। 250 किताबों का सेट तैयार करवाए जा रहे हैं जिसमें स्कूली किताबों को बच्चों को भेंट भी किया जाएगा। राजभवन से आए निर्देश के बाद फूल की जगह फल और स्मृति चिह्न की जगह किताबें दी जाएंगी पर कुलपति नरेंद्र धाकड़ का कहना है राजभवन का आदेश का पालन किया जाएगा लेकिन इतने बड़े गरिमामय समारोह को देखते हुए अतिथियों को प्रतीक चिह्न भी देंगे।
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