इंदौर.
प्रदेश के कॉलेजों में यूजी और पीजी के परंपरागत कोर्स में एडमिशन के लिए विद्यार्थियों को लंबा इंतजार करना पड़ सकता है। उच्च शिक्षा विभाग ने एमपी बोर्ड के नतीजे जारी होने के बाद ही ऑनलाइन काउंसलिंग शुरू करने की तैयारी की थी। लेकिन, फैकल्टी और स्टाफ की ड्यूटी चुनावों में लगने से अब २५ मई के बाद ही आगे की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद जताई जा रही है।
माध्यमिक शिक्षा मंडल ने हाई स्कूल और हायर सेकंडरी परीक्षा के नतीजे १५ मई को जारी करने की घोषणा की है। बारहवीं पास ज्यादातर छात्र बीए, बीकॉम और बीएससी जैसे परंपरागत कोर्स में एडमिशन लेते है। सीबीएसई बारहवीं का रिजल्ट पहले ही जारी हो चुका है। उच्च शिक्षा विभाग की कोशिश थी कि एमपी बोर्ड के नतीजे आते ही ऑनलाइन काउंसलिंग का भी शेड्यूल जारी हो मगर चुनावों के चलते अब २५ के बाद ही काउंसलिंग की प्रक्रिया शुरू हो सकेगा। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार १५ अगस्त के बाद कॉलेजों में एडमिशन नहीं दिए जा सकते। इसलिए डेढ़ महीने के भीतर पूरी प्रक्रिया निपटाना होगी। सूत्रों के अनुसार यूजी और पीजी कोर्स के लिए तीन राउंड में काउंसलिंग होगी। इसके बाद भी खाली रहने वाली सीट पर सीएलसी (कॉलेज लेवल काउंसलिंग) से एडमिशन दिए जाएंगे।
कॉलेजों में पूछताछ शुरू
एमपी बोर्ड के नतीजों से पहले विद्यार्थियों ने कॉलेजों में जा-जाकर कोर्स की जानकारी हासिल करना शुरू कर दी है। बीएससी करने वालों के लिए होलकर और न्यू साइंस कॉलेज, बीए और बीकॉम वालों के लिए जीएसीसी पहली पसंद है। ऑनलाइन काउंसलिंग से छूट होने के कारण अल्पसंख्यक कॉलेजों ने अभी से एडमिशन देना भी शुरू कर दिए। क्रिश्चियन कॉलेज, गुजराती कॉलेज, श्री जैन दिवाकर कॉलेज, अरिहंत कॉलेज, विशिष्ट कॉलेज, इस्बा कॉलेज, प्रेस्टीज कॉलेज, अक्षय एकेडमी, एलेक्जिया कॉलेज, आइसेक्ट कॉलेज, आइडिलिक कॉलेज सहित तीन दर्जन कॉलेजों के पास अल्पसंख्यक का दर्जा है।
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