‘पत्रिका’ समूह के डिप्टी एडिटर भुवनेश जैन से बात करते हुए गृहमंत्री ने कहा, “2019 में मोदीजी के शासन के सुफल मिलना शुरू हुए थे। 2024 तक बहुत सारे लोगों को फायदा मिला है। देश के विकास की मजबूत नींव डालने का काम समाप्त हो गया है। मोदी जी को 2047 तक के देश की भव्य इमारत बनानी है, इसका खाका खींचने के लिए मैं देश की जनता को अपील करना चाहता हूं।
इसके लिए देश की जनता को और पांच साल मोदी जी के नेतृत्व में भाजपा - एनडीए को मौका देना चाहिए। अब महान भारत की इमारत खड़ी करने का काम शुरू होगा, और जैसा कि मोदी जी ने कहा है 2047 तक पूर्ण विकसित और आत्मनिर्भर भारत खड़ा हो जाएगा।
गृह मंत्री अमित शाह ने अपने साक्षात्कार में नए कानूनों से जुड़े सवालों पर विस्तार से जवाब दिए क्योंकि इन कानूनों में इतने आमूल -चूल परिवर्तन हुए हैं कि देश की जनता को इन्हे गहराई से समझना चाहती है। दूसरी ओर राजनीति से जुड़े विषयों पर उन्होंने संक्षिप्त, किन्तु सटीक जवाब दिए। प्रस्तुत है चर्चा के प्रमुख अंश: सवाल: 2019 और 2024 के चुनाव में क्या अंतर होगा ?
सवाल: राजस्थान, मप्र और छग के राजनीतिक नेतृत्व में पीढ़ीगत बदलाव किया गया है, विपक्ष ने उनके अनुभव को लेकर सवाल उठाया है?
शाह: कोई भी व्यक्ति जब पहली बार मुख्यमंत्री बनता है तो पहली बार ही होता है। वसुंधराजी और शिवराज जी भी पहली बार बने थे। ये तो सांझी प्रक्रिया है। अनुभव तो करने से ही आता है। जिन्हें भी बनाया है वे सार्वजनिक जीवन के लम्बे अनुभवी लोग हैं। मुझे विश्वास है कि जनता की जो अपेक्षाएं हैं वे मोदीजी के नेतृत्व में जरूर पूरी करेंगे।
सवाल: क्या सिटीजन अमेंडमेंट एक्ट (सीएए) लागू हो पाएगा?
शाह: बिलकुल लागू होगा। भारत सरकार का एक्ट है। क्यों नहीं लागू होगा।
सवाल: कश्मीर और नॉर्थ ईस्ट की कानून-व्यवस्था पर आपका क्या कहना है?
शाह : कश्मीर, वामपंथी उग्रवादी क्षेत्रों और नॉर्थ ईस्ट में तीनों जगह आतंकवाद 65 प्रतिशत से ज्यादा कम हो गया है। नॉर्थ ईस्ट में करीब 9 हजार सशस्त्र युवाओं ने सरेंडर किया है। हमने करीब 12 समझौते किए हैं। अच्छा माहौल देश में बना है। कश्मीर के बारे में कई बातें मैने संसद में बताई हैं।
एक करोड़ 80 लाख पर्यटकों का जाना अपने आप में कश्मीर की जनता में विश्वास पैदा करना है। अब जनाजे के जुलूस नहीं निकलते, पथराव नहीं होता, हड़तालें नहीं होती। थियेटर हॉल शुरू हो गए, तीस साल बाद ताजिये के जुलूस शुरू हो गए। बहुत बड़ा परिवर्तन आया है। नक्सल क्षेत्र में भी बहुत बड़ा परिवर्तन आया है।
सवाल: राम मंदिर का चुनाव पर कितना असर होगा?
शाह : यह चुनावी मुद्दा नहीं है। भारत की जनता, देश भर और दुनिया के श्रद्धालु चाहते थे, वहां भव्य राम मंदिर बने। अच्छा हो रहा है कि 550 साल बाद सबकी इच्छा पूरी हो गई। मोदी जी जा रहे हैं 22 को।
सवाल: पुराने साथी जो छोड़कर गए थे नीतीश कुमार आदि, ये आना चाहेंगे तो क्या रास्ते खुले हैं?
शाह: जो और तो से राजनीति में बात नहीं होती। किसी का प्रस्ताव होगा तो विचार किया जाएगा।
सवाल: राजस्थान में पिछले कुछ समय में अपराध तेजी से बढे़ हैं। इस पर काबू पाने के लिए कोई रोड मैप है?
शाह: मैंने भजनलाल जी का स्टेटमेंट सुना है। उन्होंने इसे सबसे ज्यादा प्राथमिकता दी है। मुझे विश्वास है वे इससे निपट लेंगे। भारतीय जनता पार्टी की सरकार जहां भी होती है, वहां कानून और व्यवस्था अच्छी होती है। चाहे पेपर लीक हो या कोई भी बात हो। मुझे भरोसा है भजनलाल जी के नेतृत्व में भाजपा की सरकार अच्छा करेगी।
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