इंदौर. पीपल्याहाना तालाब में जिला कोर्ट बनाए जाने के विरोध में हुए आंदोलन में सामाजिक कार्यकर्ता किशोर कोडवानी के साथ कंधे से कंधा मिलाने वाले जीतू पटवारी मंत्री बनने के बाद अब उनसे बात करना भी पसंद नहीं कर रहे हैं। कोडवानी पिछले दो दिन से उनके घर के बाहर धरना दे रहे हैं। मंत्री पटवारी की नजरअंदाजी से नाराज कोडवानी ने अब कलेक्टर को खत लिखकर नदी सफाई कराने की मांग की है।
प्रदेश के युवा एवं खेल कल्याण और उच्च शिक्षा मंत्री जीतू पटवारी के बिजलपुर स्थित घर के बाहर धरना समाजसेवी किशोर कोडवानी दे रहे हैं। कान्ह-सरस्वती, फतनखेड़ी नदी सफाई के साथ 10 नदियों और 62 तालाबों के किनारे कब्जे हटाने की मांग को लेकर पिछले 2 दिन से उनका धरना जारी है, लेकिन मंत्री पटवारी ने अभी तक कोडवानी से कोई बात नहीं की है, जबकि उनका परिवार आवभगत में लगा हुआ है। सवाल खड़े हो रहें हैं कि पीपल्याहाना तालाब में बन रही जिला कोर्ट के विरोध में उतरकर कोडवानी के साथ धरना देने वाले मंत्री पटवारी अब चुप क्यों हैं? कोडवानी से बात क्यों नहीं कर रहे हैं? जबकि तालाब बचाने की चिंता करने वाले पटवारी की राऊ विधानसभा में भी तीनों नदी कान्ह-सरस्वती फतनखेड़ी आती और 7 तलाब। इनके क्षेत्र से ही सफाई का काम शुरू होना है, पर मंत्री पटवारी मामले में अभी कोई हस्तक्षेप नहीं कर रहे है।इससे नाराज कोडवानी ने एक चिट्ठी कलेक्टर लोकेश कुमार जाटव को लिखी है, जो कि नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) के निर्देश पर बनी नदी सफाई कमेटी के अध्यक्ष भी हैं।
चिट्ठी में कोडवानी ने आज नदी सफाई को लेकर कमेटी की बैठक बुलाने के साथ कल यानी गुरुवार को सुबह 8 बजे से निरीक्षण करने के लिए कार्यक्रम निश्चित करने का कहा है। कोडवानी ने नदी सफाई को लेकर कई मांग कलेक्टर जाटव के समक्ष रखी है, ताकि इनके पूरे होने से नदी अपने सही स्वरूप में आ सके। इधर, पटवारी के घर के बाहर धरने पर बैठे कोडवानी को मनाने के लिए प्रदेश काग्रेस सचिव राजेश चौकसे और शहर कार्यकारी अध्यक्ष विनय बाकलीवाल सहित अन्य नेता पहुंचे, लेकिन वे नहीं माने और धरना आज भी जारी रखा है।
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