इंदौर। बिलावली के कैचमेट एरिया में तीन होटल-शो रूम को जिला प्रशासन ने डेढ़ साल पहले नोटिस थमाए थे। करीब 14 लोगों ने बिना डायवर्शन करवाए बिल्डिंग तान दी थी। कार्रवाई को लेकर नोटिस दिया गया, लेकिन अफसर बदलते ही फाइल ठंडे बस्ते में चली गई।
डेढ़ साल पहले तत्कालीन मुख्य सचिव बीपी सिंह ने प्रदेशभर में दौरा किया था। उस समय सरकारी कामकाज व वसूली में लापरवाही को लेकर चार एसडीओ व दो तहसीलदारों को सस्पेंड भी किया था। इसका असर ये हुआ कि जिला प्रशासन का महकमा वसूली पर जोर दे रहा था और बिना डायवर्शन के निर्माणों की खोज कर रहा था।
उसी फेर में जूनी इंदौर के एसडीओ क्षेत्र में आने वाले बिलावली तालाब के किनारे बनी होटलों की सच्चाई भी बाहर आ गई थी। कैचमेंट एरिया में बिना डायवर्शन होटल, गार्डन और शो रूम चलते पाए गए। आरआई की रिपोर्ट के बाद 14 को नोटिस थमाए गए। कहा गया कि सरकारी नियमों का उल्लंघन है, जिसके चलते निर्माण को तोड़ा जाएगा।
प्रचलित मार्केट दर से 20 प्रतिशत अर्थदंड आरोपित किया जाकर वसूल किया जाएगा। नोटिस के बाद क्षेत्र में हड़कम्प मच गया था। ये नोटिस तत्कालीन एसडीओ संदीप सोनी ने दिया था। उनका तबादला हो गया, जिसके बाद मामला ठंडे बस्ते में चला गया। अब किसी का ध्यान नहीं है और फाइल दब गई। 14 लोगों को दिए गए नोटिस में नगर निगम के रिमूवल अधिकारी रहे डॉ. राजेश कोठारी का भी नाम था।
इन्हें दिए थे नोटिस
बलजीतसिंह साहनी - होटल
रणजीतसिंह - कार शो रूम
इंद्रा सोनी - होटल
जोगिंदरसिंह - होटल
हरनामसिंह - होटल
सुनील नागर - दुकान व टिन शेड
ममता नाइक - टिन शेड
आशा सिन्हा - होटल व गार्डन
रवींद्र मौर्य - टिन शेड
मणिलाल जैन - मकान
जुल्फिकार वहाब - दुकान
दीपक पाटादीर - शो रूम
द्वारकाप्रसाद गुप्ता - दो दुकान व मकान
कमल राठौर - होटल
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