हर व्यक्ति अपने जीवन में तरक्की, समाज में मान-सम्मान और वरचस्व चाहता है। व्यक्ति की चाहत होती है की जब भी वह कहीं समाज में रहे तो वह सबके आकर्षण का केंद्र रहे और कुछ लोगों की यह इच्छा पूरी भी होती है। लेकिन कुछ लोग इससे कोसो दूर होते हैं। ज्योतिष के अनुसार इसका सबसे बड़ा कारण कुंडली में सूर्य की स्थिति का गलत जगह होना दर्शाता है। ज्योतिषशास्त्र के अऩुसार सूर्य को आकर्षण, प्रभाव, सरकारी नौकरी और व्यक्ति के तेज का कारक ग्रह माना जाता है। इसी के साथ सूर्य पूजा करने से व्यक्ति को हर जगह मान-सम्मान, आकर्षण और वर्चस्व बना रहता है। वैसे सूर्य आराधना के लिए रविवार का दिन माना जाता है, लेकिन इसके अलावा हिंदू पंचांग के अनुसार सालभर में आने वाले प्रमुख त्यौहारों में से एक त्यौहार मकर संक्रांति भी सूर्य पूजा-आराधना, उपाय के लिए सर्वश्रेष्ठ दिन माना जाता है। पंडित रमाकांत मिश्रा के अऩुसार संक्रांति के दिन सूर्योदय होते ही सूर्यदेव के सामने दो नाम बोल देने से सूर्य देवता प्रसन्न हो जाते हैं, वहीं कुंडली में सूर्य की अशुभ स्थिति को शुभता प्रदान करते हैं। व्यक्ति के कार्यों में आ रही रुकावटें दूर होती है। तो आइए जानते हैं मकर संक्रांति के दिन किन दो नामों को सूर्य देव के सामने बोलना चाहिए...
सूर्यदेव के सामने 3 बार करें इस मंत्र का जाप
पंडित जी बताते हैं की संक्रांति के दिन सूर्यदेव को जल चढ़ाते समय 'ओउम कुबेर सूर्य आदिव्योम' नाम का 3 बार जाप कर लें। इस मंत्र का जाप करने से आपको सकारात्मक उर्जा प्राप्त होगी। जो आपके कार्यों में आ रही बाधाओं को दूर कर देगी। इसके अलावा इस मंत्र को सूर्यदेव के सामने बोलने से आपकी मनोकामनाएं भी जल्द पूरी होंगी। वहीं घर में क्लेश खत्म होकर सुख-शांति बनी रहेगी।
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