इंदौर. रेलवे पटरी के समीप बने गार्ड कैबिन में मंगलवार सुबह फंदे पर लाश मिलने की सूचना से सनसनी फैल गई। मौके पर जीआरपी पुलिस पहुंची। मृतक के हाथ में जांच अधिकारी को सुसाइड नोट मिला है, जिसमें लिखा है कि दीदी मुझे माफ कर देना। वहीं भानजे के मोबाइल पर घटना की सूचना देने के संबंध में जिक्र किया है। घटना की सूचना मिलते ही पीथमपुर में रहने वाले रिश्तेदार शहर पहुंचे। शव का पुलिस ने पीएम कराया है।
जीआरपी टीआई गायत्री सोनी के मुताबिक करण 22 निवासी सागर ने रेलवे स्टेशन से कुछ ही दूरी पर बने गार्ड कैबिन में फांसी लगाकर खुदकुशी की है। सुबह करीब छह बजे घटना का पता चला। जांच में पता चला कि मृतक के बाएं हाथ पर हथेली के ऊपर पेन से सुसाइड नोट लिखा है। घटनास्थल की जांच में पुलिसकर्मी को एक छोटी पर्ची भी मिली है, जिसमें लिखा है कि तीन दिन से ट्रेन के सामने कूदकर जान देने का प्रयास कर रहा हूं। ५०० से अधिक ट्रेन पटरी से गुजर गईं, लेकिन ट्रेन के सामने कूदने की हिम्मत नहीं जुटा पाया। मृतक ने एक ही बात अपने हाथ पर कई बार लिखी। उसने मां सॉरी व बहन मुझे माफ कर देने की बात लिखी है। पर्ची में लिखे सुसाइड नोट को पुलिस ने जांच में शामिल किया है। हाथ पर लिखे भानजे के नंबर पर पुलिस ने संपर्क किया तो पता चला मृतक के जीजा रमेश, बहन माया व भानजा पीथमपुर में रहते हैं। सूचना मिलने के दो घंटे बाद वे मौके पर पहुंचे। मृतक मूलत: सागर का रहने वाला है। वह पीथमपुर में रहकर टाइल्स का काम करता था।
सीसीटीवी की जांच जारी
टीआई का कहना है जिस केबिन में मृतक ने फ ांसी लगाई। वहां दिन में गार्ड ट्रेन को झंडी दिखाने के लिए खड़ा रहता है। संभवत: रात के वक्त उसने यह कदम उठाया है। शव का एमवाय हॉस्पिटल में पीएम कराया है। रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी कैमरे फुटेज को खंगाल रहे हंै। पता लगा रहे हैं कि युवक कैबिन की तरफ किस वक्त पहुंचा। घटना के संबंध में जल्द गमगीन परिजन से बयान लेकर खुदकुशी के कारणों का पता लगाया जाएगा।
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