इंदौर. प्रदेश व शहर एक बार फिर पश्चिमी विक्षोभ की चपेट में आया है। उत्तर की बर्फीली हवाओं और नमीदार बादलों से मौसम ने फिर करवट ली। मंगलवार सुबह धूप खिली, लेकिन दिल्ली व राजस्थान पर छाए बादलों के असर से शाम तक शहर में भी बादल आ गए। हालांकि बहुत घने नहीं थे। मौसम विभाग के अनुसार, एक-दो दिन में मालवा-निमाड़ और शहर का मौसम बिगडऩे की संभावना है। कहीं-कहीं हलकी बारिश भी हो सकती है। इससे खेतों में खड़ी गेहूं-चने की फसल प्रभावित हो सकती है। मौसम विभाग की मानें तो पश्चिमी विक्षोभ के कारण शिमला-कश्मीर में हुई बर्फबारी और उत्तर-पूर्वी व दक्षिण-पश्चिमी हवाओं का क्षेत्र बन रहा है। इससे बारिश हो सकती है। अनुमान है, बारिश प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्से को प्रभावित करेगी।
भोपाल और इंदौर में भी हलकी बौछारें पड़ सकती हैं। विभाग ने 17 मार्च के आसपास पूर्वी मध्यप्रदेश में एक बाार फिर हवाओं का संगम क्षेत्र विकसित होने और इसके चलते गरज-चमक के साथ बारिश होने की संभावना व्यक्त की है। प्रदेश के कई हिस्सों में ओले गिरने की भी आशंका रहेगी।
तापमान में दोगुना अंतर
मौसम केंद्र के प्रभारी वीरेंद्र सिंह का कहना है, इस बार अधिकतम व न्यूनतम तापमान में उतार-चढ़ाव असमान हो रहा है। दोनों में दोगुना अंतर है। मंगलवार को दिन का अधिकतम तापमान 32 डिग्री व न्यूनतम 16.6 डिग्री रिकॉर्ड किया गया। हवाओं का रुख बार-बार बदलने से बारिश भी हो सकती है। मार्च की शुरुआत में ही तापमान 34 से भी ऊपर पहुंच गया था। इसके बाद 24-25 डिग्री पर भी पहुंचा था। यही हाल न्यूनतम का रहा।
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