भोपाल। प्रदेश की 40 सड़कों से वाहन निकालना आम लोगों लिए महंगा हो जाएगा। इन सड़कों पर मध्य प्रदेश रोड डेवलपमेंट कारपोरेशन एमपीआरडीसी टोल टेक्स लगाने की तैयारी कर रहा है। टोल से वसूल होने वाली राशि से सरकार इन सड़कों का रख-रखावा और चौड़ीकरण करेगी।
मुख्यमंत्री कमलनाथ की अध्यक्षता में गुरूवार को हुई संचालक मंडल की 39 वीं बैठक ने इस प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। बैठक में लोक निर्माण मंत्री सज्जन सिंह वर्मा भी उपस्थित थे। वहीं बैठक में बीओटी के तहत प्रस्तावित 957.19 किलोमीटर लम्बी लगभग 3000 करोड़ रूपए की लागत से बनने वाली 12 सड़कों को स्वीकृति प्रदान की गई।
मुख्यमंत्री कमल नाथ ने कहा कि प्रदेश के विकास के लिए यह जरूरी है कि बेहतर सड़कें हों। इससे जहां एक ओर आर्थिक गतिविधियां बढ़ती हैं वहीं पर्यटन की संभावनाएं भी विकसित होती हैं। उन्होंने कहा कि यह जरूरी है कि सड़कों के निर्माण में प्रोटोकॉल का पालन हो और उनका मेंटेनेंस भी किया जाए।
यहां प्रस्तावित टोल बैरियर-
भोपाल-बैरसिया, जबलपुर-नरसिंगपुर-पिपरिया, पचमढ़ी, देवास उज्जैन बडऩगर, खण्डवा, देवास-उज्जैन-बडऩगर-बदनावर, रीवा-बेहरी, बेहरी से शहडोल, रायसेन-गैरतगंज, राहतगढ़, रतलाम-झाबुआ, गोसला-महिदपुर-गोगापुर, चाँदला-सरवई, गौरीहार, मातोन्ड, मलेहरा-लोंडी-चाँदला-अजयगढ़, होशंगाबाद-पिपरिया, होशंगाबाद-टिमरनी और सिवनी-बालाघाट सहित 40 राज्य मार्ग
भोपाल बाईपास टोल निलंबित
मुख्यमंत्री ने मुबारकपुर से मिसरोद 45 किलोमीटर भोपाल बायपास रोड पर स्थित टोल नाके का रख-रखाव ठीक ढंग से न होने पर उसे निलंबित करने के निर्देश दिए। यह टोल नाका अब मध्यप्रदेश रोड डेवलपमेंट कार्पोरेशन द्वारा संचालित किया जाएगा। इस टोल का मामला पिछले एक साल से चल रहा था। इन रोड़ पर टोल चोरी के भी मामले सामने आए थे। इसके चलते एमपीआरडीसी ने तीन-चार माह से टोल पर अपने कर्मचारियों की भी ड्यूटी टोल कलेक्शन की निगरानी के लिए लगा दिया था।
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एमपीआरडीसी बनाएगा चार जिलों में लाइब्रेरी भवन
एमपीआरडीसी भोपाल, निवाड़ी (ओरछा ), देवास और छिंदवाड़ा जिले में एक करोड़ 69 लाख रूपए की लागत से लाइब्रेरी भवन बनाएगा। इस लाइब्रेरी दो साल के अंदर बनकर तैयार हो जाएगी। यह लाब्रेरी अत्याधुनिक और यूनिक होगी, जिससे प्रदेश स्कूल, कालेजों और प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करने वाले विद्यार्थियों के लिए काफी उपयोगी होगी।
टोल नाको पर लगेगा फास्टैग
प्रदेश के सभी टोल नाका पर फास्टैग सिस्टम लगाया जाएगा। इसकी शुरूआत पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर भोपाल-देवास सड़क पर की जाएगी। इसके बाद प्रदेश के अन्य सड़कों में स्थित टोल नाकों पर फास्टैग लगाए जाएंगे। इससे टोल कलेक्शन में चोरी रोकने के साथ टोल कलेक्शन में भी पारदशिता आएगा। इसके साथ ही वाहन चालकों को अनावश्यक टोल पर नहीं रुकना पड़ेगा।
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