स्वच्छता सर्वेक्षण 2019 में देश का नंबर एक शहर आने की दौड़ में शामिल भोपाल की सफाई को लेकर शुक्रवार को दो स्थितियां सामने आई। पहली स्थिति शहर के सीवेज की समस्या के निराकरण को लेकर है। स्थिति ये हैं कि शहर के ८५ वार्डों में सीवेज से जुड़ी तमाम दिक्कतों को दूर करने का जिम्मा एक हेल्पर को दे रखा है। जितनी भी शिकायतें आती है सभी इसके पास ही बढ़ाई जाती है और फिर ये ही तय करता है कि किस शिकायत का निराकरण कैसे व कब करना है। एेसे में शहर की सड़कों पर सीवेज बहने की समस्या आम है।
दूसरी स्थिति सफाई कर्मचारियों के अनुशासन को लेकर सामने आई। शुक्रवार को आइएसबीटी में नवागत निगमायुक्त बी विजय दत्ता ने सामान्य मुलाकात व मोटीवेशन मीटिंग ली, जिसमें सफाई कर्मचारियों के साथ ही सुपरवाइजर, दरोगाओं द्वारा तय यूनिफार्म नहीं पहनने और समय पर काम पर उपस्थित नहीं होने की बात सामने आई। दत्ता ने सबको स्पष्ट किया कि यूनिफार्म पहनकर समय पर काम पर उपस्थित होंगे, तभी शहर सफाई में नंबर एक बनेगा।
निर्देश: घर से ही अलग कर दें कचरा
नवागत निगमायुक्त बी विजय दत्ता ने डोर टू डोर कचरा कलेक्ट करने वालों को निर्देश दिए कि कचरे को घर से ही अलग-अलग करके लें, ताकि निष्पादन स्थल पर सेग्रिगेशन को लेकर अधिक मशक्कत न करना पड़े।
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