कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के आवास पर आज सुबह 11 बजे बैठक है। और ऐसी संभावना व्यक्त की जा रही है कि, सिद्धारमैया का कर्नाटक सीएम बनना करीब-करीब तय है। बताया जा रहा है कि, कर्नाटक सीएम की बागडोर डीके शिवकुमार को देने में कई पेंच हैं। शिवकुमार पर दर्ज मुकादमे उनके सीएम बनने में आड़े आ रहे हैं। बैठक में जो तय होगा उसकी घोषणा मल्लिकार्जुन खरगे कल गुरुवार को करेंगे। डीके शिवकुमार ने कहाकि, 2019 में सिद्धारमैया की वजह से कर्नाटक की सरकार गिर गई थी। साथ ही लिंगायत, सिद्धारमैया के खिलाफ हैं। सूत्रों के अनुसार, सिद्धारमैया कर्नाटक सीएम की रेस में सबसे आगे हैं। और उनका मुख्यमंत्री बनना लगभग तय है। दूसरी ओर कांग्रेस आलाकमान सीएम पद के दूसरे दावेदार डीके शिवकुमार को मनाने और उनकी चिंताओं का समाधान करने में लगा है। सिद्धारमैया सरकार में डीके शिवकुमार को के कद को उंचा करने के लिए कई अहम मंत्रालय दिये जा सकते हैं।
कर्नाटक सीएम की रेस में सिद्धारमैया आगे
कर्नाटक विधानसभा चुनाव के नतीजे 13 मई को आए थे। मौजूद वक्त पूर्व सीएम सिद्धारमैया और कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार दिल्ली में हैं। चार दिन गुजर गए हैं। मंथन चल रही है। और कई दौर की बातचीत के बाद भी नाम पर आम सहमित नहीं बन पाई है। पर अब लग रहा है कि, सिद्धारमैया ही कर्नाटक के सीएम बन जाएंगे।
सीबीआई, ईडी और आईटी के निशाने पर हैं शिवकुमार
कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार के साथ सबसे बड़ी दिक्कत यह है कि, सीबीआई, ईडी और आईटी के निशाने पर हैं। और यह कयास लगाए जा रहे हैं कि, उनके सीएम न बनने की यह ही बड़ी वजह है।
किसी और को मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए, शिवकुमार का सवाल
कर्नाटक कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष डीके शिवकुमार ने कांग्रेस आलाकमान को सिद्धारमैया की कमियां गिनाईं। बताया जा रहा है कि, शिवकुमार ने कहाकि सिद्धारमैया का पिछला कार्यकाल अच्छा नहीं रहा था। लिंगायत समुदाय भी उनके खिलाफ है। अगर सिद्धारमैया को पहले सीएम बनाया जा चुका है, तो अब किसी और को मौका क्यों नहीं मिलना चाहिए। 2019 में गठबंधन टूटने का कारण भी सिद्धारमैया थे।
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