वॉशिंगटन. खजाने के साथ 150 साल पहले डूबे एसएस पैसिफिक जहाज के मलबे को पहली बार समुद्र की सतह पर लाया जाएगा। जहाज पर लदे खजाने की कीमत करीब 80 लाख डॉलर (करीब 66.32 करोड़ रुपए) आंकी गई है। जहाज 1875 में ब्रिटिश कोलंबिया से अमरीकी राज्य सैन फ्रांसिस्को जाते समय लहरों में गायब हो गया था। जहाज पर सोना और दूसरी कीमती चीजें लदी थीं।रिपोर्ट के मुताबिक एसएस पैसिफिक के अवशेषों की खोज करने वाले विशेषज्ञ जेफ हम्मेल ने 2002 में रॉकफिश अभियान समिति के साथ जहाज के मलबे के अधिकार हासिल किए थे। सिएटल की एक अदालत ने उन्हें मलबे पर दावा करने का अधिकार दे दिया था, लेकिन यह भी कहा था अगर कोई खजाने के मालिक के साथ पारिवारिक संबंध साबित करेगा तो वह भी इस पर दावा कर सकता है। रॉकफिश के जनरल मैनेजर एथन बेन्सन ने बताया कि पिछले साल हमने मूल कार्गो के साथ बातचीत की। सात हफ्ते पहले हमने कार्गो के बीमा वाले हिस्से को कवर करने के लिए समझौता किया।
सोने की मात्रा पर अलग-अलग अनुमान
रॉकफिश अभियान समिति का कहना है कि फिलहाल एक दावेदार है। हमें नहीं लगता कि उसके पास कोई वैध दावा है, लेकिन हम उससे बातचीत कर रहे हैं। जहाज के साथ डूबे सोने की मात्रा के बारे में अलग-अलग अनुमान हैं। दूसरे सामान में अन्य धातुओं के आभूषण शामिल हैं। इस साल पानी के अंदर चलने वाले वाहनों का इस्तेमाल कर जहाज का मलबा निकालने का काम शुरू हो जाएगा।
300 लोगों ने ली थी जल समाधि
जहाज पर सवार 300 लोगों में प्रशांत नॉर्थवेस्ट के कुछ अमीर लोग और सोने की खान में काम करने वाले शामिल थे। सभी की डूबने से मौत हो गई थी। मलबे वाली जगह कोई मानव अवशेष नहीं मिला है। खोजकर्ताओं का मानना है कि पानी की गहराई और तेज धाराओं में इतने साल बाद मानव अवशेष खोजना मुश्किल है।
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