
नई दिल्ली। जम्मू-कश्मीर में धारा 370 की समाप्ति के बाद केंद्र सरकार ने वहां के 37 नेताओं के विदेश जाने पर पाबंदी लगाई थी। इनमें से 33 नेताओं पर पाबंदी अभी जारी है। इस मामले का खुलासा उस समय हुआ जब नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता अलताफ अहमद वानी को इमिग्रेशन अधिकारियों ने शुक्रवार को दिल्ली हवाई अड्डे पर दुबई जाने से रोक दिया। हालांकि, उनके परिवार के अन्य सदस्यों को दुबई जाने दिया गया। अलताफ अहमद वानी दुबई एक पारिवारिक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए जा रहे थे।
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3 घंटे बैठाने के बाद पासपोर्ट किया वापस
एनसी नेता वानी ने बताया कि मैं दुबई जाने के लिए दोपहर में दिल्ली हवाई अड्डे पहुंच गया था। इमिग्रेशन काउंटर पर पहुंचते ही मुझे अधिकारी अलग कमरे में ले गए। ऐसा लगा कि पासपोर्ट में गड़बड़ी है, लेकिन घंटों तक बैठाने के बाद अधिकारियों ने वानी को पासपोर्ट लौटाते हुए बताया कि मार्च 2021 तक उनके विदेश यात्रा करने पर रोक है।
इमिग्रेशन के अधिकारियों ने बताया कि उन्हें विदेश यात्रा की अनुमति नहीं है। इस सूची में पूर्व मुख्यमंत्री और नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता डॉ. फारूक अब्दुल्ला, उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती का नाम शामिल नहीं है।
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